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इन लक्षणों से करें पहचान...चेहरे पर दिखाई दें ये लक्षण तो समझ लें खराब हो रहा है आपका लिवर

फैटी लिवर की समस्या काफी आम है, जिसका सामना तब करना पड़ता है जब लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा होना शुरू हो जाता है। लिवर हमारे शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है। लिवर में होने वाली किसी भी परेशानी का असर पूरे शरीर पर पड़ता है। लिवर में होने वाली दिक्कतों के कारण कार्डियोवैस्कुलर डिजीज,  कैंसर और टाइप 2 डायबिटीज का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए लिवर का हेल्दी रहना भी बेहद जरूरी है, लेकिन मौजूदा  समय में तेजी से बदलती जीवनशैली और खानपान की गलत आदतें लिवर को तेजी से बीमार बना रही है।

 


इसके अलावा कुछ बीमारियां भी हमारे लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते लिवर के बीमार होने का पता लगाकर इसे समय रहते बचाया जाए। लिवर डैमेज होने से कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लिवर खराब होने पर हमारा शरीर कई संकेत देता है, जिसकी पहचान पर लिवर से जुड़ी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। सिर्फ शरीर ही नहीं हमारे चेहरे पर भी लिवर डैमेज के कुछ संकेत नजर आते हैं।

त्वचा का पीला होना

लिवर की बीमारी का सबसे साफ और प्रमुख लक्षण पीलिया है। त्वचा और आंखों के सफेद भाग का पीलापन खून में बिलीरुबिन के जमा होने के कारण होता है, जो लिवर डैमेज का संकेत है।

लाल हथेलियां

लिवर की बीमारी के कारण हथेलियों में खून का प्रवाह बढ़ने से त्वचा लाल हो सकती है। यह लक्षण हाथ की हथेली में सबसे प्रमुख होता है।

स्पाइडर एंजियोमास

ये छोटी रक्त धमनियां हैं, जो मकड़ी के पैरों के समान होती हैं और त्वचा की सतह के पास पाई जाती हैं। यह देखने में मकड़ी जैसा दिखता है। लिवर से जुड़ी समस्या होने पर एंजियोमास यानी आपकी त्वचा पर लाल से बैंगनी रंग के निशान हो जाते हैं।

सूजन

लिवर के डैमेज होने से शरीर, विशेषकर चेहरे पर तरल पदार्थ जमा हो सकता है। इससे सूजन या एडिमा उत्पन्न हो सकती है, विशेषकर चेहरे और आंख के क्षेत्रों में।

मुंहासे या अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं

लिवर की बीमारी शरीर के हार्मोन संतुलन और डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम को बिगाड़ सकती है, जिसके परिणामस्वरूप एक्जिमा या मुंहासे जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

खुजली या त्वचा के रंग में बदलाव

लिवर डैमेड होने पर आपकी त्वचा में अन्य कई परिवर्तन भी हो सकते हैं, जिसमें खुजली, आसानी से चोट लगना या स्किन के रंग में सामान्य परिवर्तन शामिल हैं।






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