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महासमुंद : फड़ मुंशी ने महिला से कहा नहीं है तेंदूपत्ता तोड़ने का अधिकार, महिलाओं में मारपीट के बाद दर्ज हुई दोनों पक्षों की रिपोर्ट.

महासमुंद थाना क्षेत्र के साल्हेभाठा जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने को लेकर तेंदूपत्ता तोड़ने वाली महिलाओं में विवाद एवं मारपीट हो गया. जिसके बाद दोनों पक्षों ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की है.

इंदिरा बाई साहू ने पुलिस को बताया कि वह शेरगांव में अपने परिवार के साथ रहती है. रोजी मजदूरी का काम करती है. इंदिरा बाई 2 मई को अपने पड़ोसी क्षम्मन साहू के साथ सुबह 10.00 बजे साल्हेभाठा जंगल में तेंदू पत्ता तोड़ने गयी थी. जहाँ साल्हेभाठा जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ते समय तेंदूपत्ता फड़ मुशी गुलजार ध्रुव आकर वहां इंदिरा बाई और उसकी सहेली को बोला कि तुम लोगों को यहां पर तेंदूपत्ता तोड़ने का अधिकार नहीं है. तेंदूपत्ता क्यों तोड़ रहे हो कहकर गाली गुप्तार करने लगा.

जिसे गाली देने से मना किया तो मुंशी गुलजार तेंदूपत्ता तोडने वाले अन्य महिलाओं को इसे मारपीट कर यहां से भगाओ कहने लगा. मुंशी की बात सुनकर सभी महिलायें एक साथ मिलकर इंदिरा को गंदी गंदी अश्लील गाली गुप्तार करने लगी तथा हाथ झापड लात से मारपीट करने लगे.

मारपीट देख इंदिरा की सहेली क्षम्मन साहू बीच बचाव करने आयी तो उसे भी गाली गुप्तार कर वहां से भगा दिये. इंदिरा ने बताया कि सभी महिलायें उसके साथ मारपीट किये और जान से मारने की धमकी दिये और बोले कि यहां पर दुबारा तेंदू पत्ता तोड़ने नही आना.

मारपीट करने से इंदिरा बाई के पीठ, चेहरा, बायें कान, दोनों हाथ के भुजा, कमर में चोटे आयी है. घटना को वहां पर उपस्थित क्षम्मन साहू देखे सुने एवं बीच बचाव की है. घटना के बाद इंदिरा अपने घर आकर अपने पति संतोष कुमार को एवं गांव के सरपंच व अन्य लोग को घटना के बारे में बताई है.

इंदिरा बाई की शिकायत पर पुलिस ने तेंदूपत्ता फड़ मुंशी गुलजार, एवं उनके साथ तेंदूपत्ता तोड़ने वाले महिलायें के विरुद्ध अपराध धारा 294-IPC, 323-IPC, 34-IPC, 506-IPC पंजीबध कर विवेचना में लिया.

जबकि बीना नेताम ने पुलिस को बताया कि वह ग्राम साल्हेभाठा मे रहती है, रोजी मजदुरी का काम करती है, तथा पिछले 15 वर्षो से तेंदूपत्ता संग्राहक का काम करती हैं.

बीना नेताम ने बताया कि 2 मई को गांव की महिलायें सवीता नेताम, मोहनी नेताम, चैती बाई, उगेश्वरी एवं अन्य महिलायें के साथ वह तेंदूपत्ता तोड़ रही थी तो उसी समय तेंदू पत्ता मुंशी गुलजार नेताम भी चेक करने आया. जहाँ शेर गांव की दो महिलायें जिसका नाम इंदिरा साहू व उसके साथ एक अन्य महिला बिना अनुमती के तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे जिसे फड़ मुंशी गुलजार नेताम द्वारा साल्हेभाठा जंगल में और अन्य गांव के किसी को तेंदू पत्ता तोड़ने संग्रहन करने का अधिकार नहीं है आप लोग यहा पर तेंदू पत्ता नहीं तोड़ो कहकर समझाने लगे तो इंदिरा साहू क्यो हम लोग को अधिकार नहीं कहकर गाली गुप्तार करने लगी.

बीना ने बताया कि उसने इंदिरा साहू को समझाने का प्रयास की तो इंदिरा ने उसे तुम कौन होती हो मना करने वाली कहकर अश्लील गाली गुप्तार कर हाथ झापड से मारपीट करने लगी. जिसे देख बीना के साथ आयी महिलाये बीच बचाव करने आयी. तो उनके साथ भी इंदिरा ने झुमा झटकी कर जान से मार दुंगी कहते हुए धमकी दी और वहां से चली गयी.

बीना ने बताया कि मारपीट करने से उसके चेहरे गाल में दोनो तरफ चोट लगी है. घटना को वहां पर उपस्थित तेंदू पत्ता तोड़ने वाली महिलायें सवीता नेताम, मोहनी नेताम, चैती बाई , उगेश्वरी देखी सुने व बीच बचाव किये है. बीना की शिकायत पर पुलिस ने इंदिरा बाई साहू के विरुद्ध अपराध धारा 294-IPC, 323-IPC, 506-IPC पंजीबध कर विवेचना में लिया है.




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