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आसमान छू रहे सब्जियों के दाम से लोगों को नहीं मिली राहत

सरायपाली. खेती किसानी कामों से कुछ फुर्सत मिलते ही मंगलवार साप्ताहिक बाजार में लोगों की भारी भीड़ देखी गई. हालांकि साप्ताहिक बाजार में भी लोगों को आसमान छू रहे सब्जी के दामों से कोई राहत नहीं मिली. बाजार में अधिकांश लोग सब्जियों के दाम पूछते नजर आए. साग भाजी का स्थानीय आवक शुरू हो गया है, इसके वावजूद भी लोगों को यह सस्ते दामों पर उपलब्ध नहीं हो रहा है.

अभी कई किस्म के भाजी 30 से 40 रूपये प्रति किलो में बिक रहे हैं. जबकि अन्य सभी सब्जियों की आवक बाहर से ही बनी हुई है और इनके दाम 60 रूपये के आसपास है. शहर के दैनिक सब्जी बाजार के अलावा शहर में प्रत्येक सप्ताह मंगलवार को साप्ताहिक बाजार बैदपाली मार्ग पर लगता है. कुछ समय से लोग खेती किसानी कामों में व्यस्त रहने तथा मौसम की वजह से साप्ताहिक बाजार में बहुत कम पहुंच रहे थे. लेकिन इस बार मंगलवार बाजार में रौनक देखने को मिली.

वर्तमान में खेती किसानी का कार्यों से लोग कुछ दिन के लिए फुर्सत महसूस कर रहे हैं. धान कटाई का सीजन भी ठीक से चालू नहीं हुआ है, तो वहीं बड़े धान के खरपतवार आदि निकालने का काम भी समाप्त हो चुका है. इन दिनों खेतों में दवाई छिड़काव के काम में ही लोग सबसे अधिक लगे हुए हैं. सुबह काम में व्यस्त रहने के बाद दोपहर में लगने वाले बाजार में लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे.

सब्जी लाने वाले कुछ विक्रेताओं से पूछने पर यह पता चला कि कई हप्ते के बाद ऐसी भीड़ इस बार देखने को मिली है. हालांकि बाजार में सब्जी भाजी खरीदने वाले लोगों को महंगे सब्जियों के कारण किसी तरह का लाभ नहीं हुआ. इसके बावजूद भी स्थानीय स्तर पर मिलने वाले साग भाजी की पूछ परख ज्यादा रही. बाजार में सबसे सस्ता सब्जी मखना 20 रूपये प्रति किग्रा में बिका. इसके अलावा लाल भाजी भी 25 से लेकर 30 रूपये प्रति किग्रा था. बाकी सभी सब्जियों के दाम 40 से लेकर 60 रूपये तक रहा. लोग अपने पसंदीदा सब्जियों को केवल पाव या आधा किलो ही खरीदते नजर आए.

सबसे महंगी सब्जी सेमी

बाजार में सबसे महंगी सब्जी सेमी का दाम 80 रूपये प्रति किग्रा था. इसके अलावा फुल गोभी 60 रु., परवल 60 रु., करेला 60 रु., बरबट्टी 60 रु., पत्ता गोभी 50 रूपये, टमाटर 40 रू., भिंडी 40, मूली 40रू., खीरा 40रू. लौकी 30 रू. तथा सबसे कम मखना 20 से 30 रूपये रहा.




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